What is PPS Full Form? PPS का Full Form क्या होता है? जानें पीपीएस के बारे में जरूरी बातें…

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PPS Full Form

दोस्तों अप्रैल 2023 से एक नए नियम के तहत सभी बैंकों में ग्राहकों को चेक के जरिए 10 लाख रुपए या इससे ज्यादा का भुगतान करने के लिए PPS का सत्यापन अनिवार्य रूप से करना होगा।

लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं की बैंकिंग के क्षेत्र में ये PPS (पीपीएस) Kya hota hai? या फिर PPS का मतलब क्या होता है? और PPS का फुल फॉर्म (PPS Full Form) क्या होता है?

नमस्कार दोस्तों हिन्दी में जानें ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत है। क्या आप भी इंटरनेट पर PPS के बारे मे जानकारी (PPS Full Form) ढूंढ रहे है? यदि हाँ तो आज मैं इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बैंकिंग में PPS Kya Hota Hai? PPS (पीपीएस) का मतलब क्या होता है? या फिर PPS (पीपीएस) की फुल फॉर्म (PPS Full Form) क्या होती है? इनके बारे में डिटेल में बताने जा रहा हूँ। इस पोस्ट को पढ़कर आप PPS Kya Hai? (PPS Full Form) के बारे में जान सकेंगे।

PPS Kya Hai? (PPS Full Form)

तो दोस्तों आपको बता दें कि बैंकिंग के क्षेत्र में PPS की Full Form होती है Positive Pay System (पॉजिटिव पे सिस्टम) होता है।

PPS Full Form : Positive Pay System

PPS Full Form in Hindi : पॉजिटिव पे सिस्टम (हिंदी में अर्थ “सकारात्मक भुगतान प्रणाली”)

PPS Full Form Positive Pay System

Positive Pay System (PPS)

Positive Pay System (PPS) यह एक खास तरह का मैकेनिज्म है, जिसके जरिए ग्राहकों द्वारा जारी किए जा रहे चेक की जानकारी उस बैंक को देनी होती है जहां पर उनका बचत खाता या फिर सेविंग अकाउंट है। क्लियरेंस के लिए चेक देते वक्त इस तरह की जानकारियों को शेयर करना जरूरी होता है। बता दें कि चेक की जानकारी को कई तरह से पेश किया जा सकता है।

पहले ये था नियम

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के नियमों के अनुसार, 1 जनवरी, 2021 को पीएनबी की ओर से पीपीएस (PPS) की सुविधा को 50,000 रुपये और उससे अधिक के चेक के लिए शुरू किया गया था. इसके बाद आरबीआई द्वारा बैंकों को कहा गया कि पॉजिटिव पे सिस्टम को 5 लाख और उससे अधिक की राशि के चेक को क्लियर करने के लिए कर दिया जाए। मालूम हो कि पीपीएस में पंजीकृत चेक केवल विवाद समाधान तंत्र (Dispute Resolution Mechanism) के तहत ही स्वीकार होंगे।

इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपको अपने बैंक की ब्रांच में जाकर PPS System को Activate करवाना होता था। इसमें आप किसी भी तरह की ऑनलाइन बैंकिंग, नेट बैंकिंग, उस बैंक मोबाइल ऐप, एसएमएस बैंकिंग के जरिए इस सुविधा को एक्टिवेट कर सकते हैं। इसके बाद आपको चेक से जुड़ी जानकारी चेक क्लियर होने से ठीक 1 दिन पहले बैंक को देनी पड़ेगी। इसमें आपको एकाउंट नंबर (Account Number), चेक नंबर (Cheque Number), तारीख (Issue Date), कुल राशि (Amount) और जिस व्यक्ति को भुगतान (Beneficiary Name) हो रहा है, उसका नाम बताना होता है।

एक नई जानकारी के अनुसार पहले बैंको में ये सुविधा optional थी मतलब यदि ग्राहक चाहे तो ही इस सर्विस को अपने अकाउट के लिए बैंक द्वारा एक्टिवेट करवा सकता था। लेकिन अब विभिन्न बैंको द्वारा इस सर्विस को जरूरी किया जा रहा है मतलब अब हर कस्टमर को 50,000 रुपये और उससे अधिक के चेक के लिए चेक क्लियर होने से ठीक 1 दिन पहले चैक से जुड़ी सारी जानकारी बैंक को देनी पड़ेगी। मतलब अब बैंको में PPS Mandate हो गई है।

PPS Mandate mean अब PPS जरूरी है।

Positive Pay System (PPS) के तहत चेक जारी करने वाले को SMS, मोबाइल ऐप, नेट बैंकिंग या एटीएम से बैंक को चेक की सारी डिटेल देनी होती है। जब चेक को बैंक में जमा किया जाता है तो बैंक की तरफ से अकाउंट होल्डर की तरफ से दी गई सारी जानकारियों को चेक किया जाता है। अगर अकाउंट होल्डर्स की तरफ से दी गई जानकारी गलत पाई जाती है तो चेक को रिजेक्ट कर दिया जाएगा।

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बता दें कि Positive Pay System (PPS) को भारतीय नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन (NPCI) की तरफ से डेवलप किया था।

4 अप्रैल से ग्राहकों को नए नियम के तहत चेक के जरिए 10,00,000 रुपए या इससे ज्यादा का भुगतान करने के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) का सत्यापन अनिवार्य रूप से करना होगा।

Positive Pay System PPS

Positive Pay System (PPS) के लिए बैंक ग्राहकों को अपना अकाउंट नंबर, चेक नंबर, चेक अल्फा, चेक की तारीख, चेक की राशि, जिसके नाम चेक काटा जा रहा है आदि की जानकारी बैंक को देना जरूरी है। Positive Pay System के सत्यापन के बिना चेक का भुगतान नहीं किया जाएगा।

देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकने के लिए वर्ष 2020 में चेक के लिए ‘Positive Pay System’ (PPS) शुरू करने का फैसला किया था। इस सिस्टम के तहत चेक के माध्यम से 50,000 रुपए से अधिक के भुगतान के लिए जरूरी जानकारी की आवश्यकता हो सकती है।

Positive Pay System (PPS) के माध्यम से चेक की जानकारी मैसेज, मोबाइल ऐप, इंटरनेट बैंकिंग या फिर एटीएम (ATM) के माध्यम से दी जा सकती है। चेक की पेमेंट करने से पहले इन जानकारियों की जांच की जाती है।

इस Positive Pay System को समझन से पहले ये समझना होगा कि चेक से भुगतान का पूरा सिस्टम काम कैसे करता है। मान लीजिए मेरा अकाउंट PNB में है और आपका स्टेट बैंक में, मैंने आपको किसी काम के पूरा होने के बाद उसका पेमेंट करने के लिए 2 लाख रुपये का चेक दिया।

आपने ये चेक अपने बैंक यानी स्टेट बैंक को दिया. स्टेट बैंक ये चेक CTS (Cheque Truncation System) के जरिए मेरे बैंक यानी PNB को दिखाएगा। PNB उस चेक में अमाउंट की राशि आपके स्टेट बैंक को दे देगा, और आपको पेमेंट मिल जाएगी।

अब यहां पर फ्रॉड की गुंजाइश ये है कि मान लीजिए मैंने जो 2 लाख का चेक आपको दिया आपने किसी तरह से उसमें घालमेल करके 20 लाख का चेक बना दिया तो मेरे लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी. नये Positive Pay System सिस्टम में अब जब मैं कोई भी चेक किसी को दूंगा तो मुझे आपको चेक देने के साथ ही अपने बैंक (इस केस में PNB) को भी इस चेक की पूरी डिटेल देनी होगी। जैसे चेक की डेट, बेनेफिशियरी का नाम, अकाउंट नंबर, कुल अमाउंट और अन्य जरूरी जानकारी बैंक को देनी होगी।

जब आप मेरे दिए हुए चेक को अपने बैंक (State Bank) को देंगे तो ये मेरे बैंक यानी PNB को CTS के जरिए भेजेगा। PNB इस चेक की जानकारी मेरे द्वारा भेजी गई डिटेल से मैच कराएगा। अगर डिटेल मैच कर गई तो चेक को क्लियर कर देगा, नहीं तो चेक रिजेक्ट हो जाएगा।

अपने बैंक को चेक के बारे में कैसे बताएं 

अब सवाल उठता है कि मैं किसी भी चेक की जानकारी अपने बैंको को दूंगा कैसे? तो इसके लिए आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो आप बैंक की वेबसाइट या SMS के जरिए भी अपने बैंक की इसकी जानकारी दे सकते हैं।

इस सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन (National Payments Corporation of India – NPCI) की ओर से बनाया गया है। इस सिस्टम में ग्राहकों को एक निश्चित राशि से अधिक का भुगतान करने पर बैंक को (एकाउंट नंबर, चेक नंबर, तारीख जारी, राशि और भुगतान लेने वाले व्यक्ति का नाम) पूरी डिटेल देनी होगी। इस सिस्टम से निवेशक और ग्राहकों को पहले से अधिक सुरक्षा मिल सकेगी।

कई सरकारी तथा निजी बैंक इस नियम को लागू कर चुके हैं। पंजाब नेशनल बैंक (PNB), भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बैंक ऑप बड़ौदा (BoB), बैंक ऑफ इंडिया( BOI), एक्सिस बैंक (Axis Bank), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक आदि लगभग सभी प्रमुख बैंको में पॉजिटिव पे सिस्टम लागू हो चुका है।

Positive Pay System (PPS) को ऐसे करा सकते हैं एक्टिवेट

इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपको अपने की किसी ब्रांच में जाकर PPS सिस्टम को एक्टिवेट करवाना होगा। इसमें आप किसी भी तरह की ऑनलाइन बैंकिंग, नेट बैंकिंग, इस बैक की मोबाइल ऐप, एसएमएस बैंकिंग के जरिए इस सुविधा को एक्टिवेट कर सकते हैं।

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इसके बाद आपको चेक क्लियर होने से ठीक 1 दिन पहले चेक से जुड़ी जानकारी बैंक को देनी पड़ेगी. इसमें आपको एकाउंट नंबर (Account Number), चेक नंबर (Cheque Number), तारीख (Issue Date), कुल राशि (Amount) और जिस व्यक्ति को भुगतान (Beneficiary Name) हो रहा है, उसका नाम बताना होगा।

सभी प्रमुख बैंको ने अपने ग्राहकों को इस बारे में अलर्ट जारी कर दिया है. पीएनबी बैंक (PNB Bank) अपने ग्राहकों को धोखाधड़ी के बचाने के लिए चेक के जरिए होने वाली 5 लाख रुपये और उससे अधिक के भुगतान के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System / PPS) को जरूरी कर दिया है। देश की प्रमुख PNB Bank का कहना है कि यह नियम 5 अप्रैल, 2023 से लागू हो जाएगा। इससे पहले आप 10 लाख रुपये या उससे अधिक के भुगतान करने से पहले PPS के तहत चेक की जानकारी देना अनिवार्य था। इसे अब 5 लाख रुपये पर लागू कर दिया है।

Positive Pay System के बारे में ज्यादा जानकारी अपने bank की ऑफिशियल वेबसाइट या फिर टोल फ्री नंबर पर कॉल कर के हासिल की जा सकती है।

तो दोस्तों ऊपर आर्टिकल मे हमने आपको बैंकिंग के फील्ड मे PPS का फुल फॉर्म (PPS Full Form in Banking) : Positive Pay System के बारे मे जानकारी दी है अब नीचे हम अलग अलग फील्ड के हिसाब से PPS के कुछ अन्य Full Form के बारे में बताएँगे।

PPS Full Form in UPSC Exam : Provincial Police Service

Provincial Police Service” जिसे हिंदी में “प्रांतीय पुलिस सेवा” के नाम से भी जानते है। यह एक पुलिस का पद है जो किसी क्षेत्र विशेष में कानून व्यवस्था को बनाए रखने मदद करता है। मुख्य रूप से यह उत्तर प्रदेश में Civil Services के रूप मे Grade A के लिए उत्तर प्रदेश Police के नाम से जानी जाती है।

PPS Full Form in Police : Punjab Police Service

PPS Full Form in Government : Parliamentary Private Secretary

PPS Full Form in Engineering : Physically Protected Space

PPS Full Form in Engineering Subject : Programming for Problem Solving

Programming for Problem Solving PPS

PPS Full Form in Mechanical Engineering : PolyPhenylene Sulfide 

PolyPhenylene Sulfide (पॉलीफेनिलीन सल्फाइड /PPS) एक अर्ध क्रिस्टलीय, उच्च तापमान इंजीनियरिंग थर्मोप्लास्टिक है । यह उच्च गलनांक (280°C) के साथ कठोर और अपारदर्शी बहुलक है। इसमें सल्फाइड लिंकेज के साथ बारी-बारी से पैरा-फेनिलीन इकाइयाँ होती हैं। इसे आसानी से संसाधित किया जा सकता है साथ ही उच्च तापमान पर इसकी कठोरता भी बढ़ जाती है।

PPS Full Form in Medical : Post-Polio Syndrome

Post-Polio Syndrome (पोस्ट-पोलियो सिंड्रोम /PPS) नसों और मांसपेशियों की एक बीमारी है। कुछ लोगों में पोलियो होने के कई साल बाद ऐसा होता है। यहाँ PPS (Post-Polio Syndrome) नई मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बन सकता है जो समय के साथ खराब हो जाती है, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और थकान होती है। PPS वाले लोग अक्सर थकान महसूस करते हैं।

FAQ About PPS Full Form

Q . Positive Pay System क्या है?

Ans : Positive Pay System भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा चेक से छेड़छाड़ या परिवर्तन के रूप में चेक भुगतान के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक उपाय है। इसमें चेक जारी करने वाला मुख्य बातों की दोबारा से पुष्टि करता है जिसे भुगतान की प्रोसेस के दौरान चेक आने पर क्रॉस-चेक किया जा सकता है। यदि पाॅजिटिव पे के माध्यम से प्रदान किया गया चेक डिटेल प्रस्तुत किए गए चेक की डिटेल से मेल खाता है, तो पेमेंट को प्रोसेस कर दिया जाता है वर्ना चेक को वापस कर दिया जाता है।

Q. Positive Pay System काम कैसे करता है?

Ans : Positive Pay System के तहत बड़ी वैल्यू के चेक के मेन डिटेल्स रिवेरिफाई किए जाते हैं।

इस प्रोसेस के तहत चेक जारी करने वाला व्यक्ति एसएमएस, मोबाइल ऐप, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम आदि के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक रूप से अदाकर्ता बैंक को चेक के कुछ मिनिमम डिटेल्स देता है। मसलन, चेक की तारीख, बेनिफिशियरी का नाम, अमाउंट वगैरह।

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ये डिटेल्स ईमेल, मोबाइल बैंकिंग ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक रूप से दिए जाते हैं और इन्हें CTS यानी Cheque Truncation System के जरिए चेक के साथ क्रॉसचेक किया जाता है।

बाद में, जब पेमेंट करने के लिए किसी दूसरे बैंक को चेक पेश किया जाता है तो पहले डिटेल्स वेरिफाई किए जाते हैं। डिटेल्स मैच करने पर जमाकर्ता को कैश दे दिया जाएगा वरना चेक बिना पेमेंट के वापस कर दिया जाता है

Q . क्या Positive Pay System का उपयोग करना अनिवार्य है?

Ans : Positive Pay System का इस्तेमाल करना अनिवार्य नहीं है। हालांकि, सीटीएस ग्रिड के तहत विवाद समाधान तंत्र के लिए 50,000 रुपये से अधिक मूल्य पर जारी किए गए चेक तभी स्वीकार किए जाएंगे, जब खाताधारक द्वारा पॉजिटिव पे सिस्टम का उपयोग किया जाता है।

Q. यदि खाताधारक द्वारा Positive Pay System (PPS) का उपयोग नहीं किया जाता है, तो क्या चेक पर कार्रवाई की जाएगी?

Ans : हां, खाताधारक के पॉजिटिव पे का उपयोग न करने पर भी चेक को सामान्य मोड में संसाधित किया जाएगा। हालांकि, NPCI द्वारा चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS ) ग्रिड के तहत विवाद समाधान तंत्र के लिए चेक से संबंधित किसी भी मुद्दे को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

Q . क्या पॉजिटिव पे सुविधा का उपयोग करने के लिए कोई सेवा शुल्क है?

Ans : नहीं, ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सहित सभी प्लेटफॉर्म पर सभी ग्राहकों को पॉजिटिव पे सुविधा निःशुल्क प्रदान की जाती है।

Q . यदि Positive Pay System (PPS) में जारी किए गए चेकों की डिटेल दर्ज करते समय कोई गलती हो जाती है तो क्या होगा?

Ans : यदि Positive Pay System (PPS) में जारी किए गए चेकों की डिटेल दर्ज करते समय कोई गलती हो जाती है तो विवरण दर्ज करते समय किसी भी बेमेल के मामले में बैंक चेक को क्लियर नहीं करेगा।

Q . पुलिस मे PPS का मतलब क्या होता है?

Ans : पुलिस मे PPS का मतलब होता है Provincial Police Service जिसे हिंदी में “प्रांतीय पुलिस सेवा” के नाम से भी जानते है।

PPS अधिकारी व्यवस्था बनाए रखने, कानून लागू करने और अपराध को रोकने और उसका पता लगाने के लिए सर्कल, जिला, रेंज, जोनल और राज्य स्तर पर विभिन्न पदों पर रहते हैं।

Q . क्या PPS अधिकारी को IPS में पदोन्नत किया जा सकता है?

Ans : भारतीय पुलिस सेवा (पदोन्नति द्वारा नियुक्ति) विनियम, 1955 के अनुसार, PPS अधिकारी आठ साल की सेवा पूरी करने के बाद IPS में पदोन्नति के लिए पात्र होते हैं। लेकिन वास्तव में अधिकारियों को आम तौर पर ढाई दशक की सेवा के बाद आईपीएस में पदोन्नत किया जाता है।

Q. चिकित्सा के क्षेत्र मे PPS% का क्या अर्थ है?

Ans : Palliative Performance एक मरीज की कार्यात्मक गिरावट को पहचानने में चिकित्सकों की मदद करके मरीज को हॉस्पिटल मे भर्ती के बारे में निर्णय लेने मे डॉक्टर की मदद करता है। ऑन्कोलॉजी रोगियों के लिए, 70% या उससे कम का PPS स्कोर होने पर मरीज को हॉस्पिटल मे भर्ती करने की जरुरत होती है।

Q . Medicare के क्षेत्र मे PPS क्या है?

Ans : Medicare के क्षेत्र मे PPS प्रतिपूर्ति का एक तरीका है जिसमें मेडिकेयर का भुगतान पूर्व निर्धारित, निश्चित राशि के आधार पर किया जाता है। किसी विशेष सेवा के लिए भुगतान राशि उस सेवा की वर्गीकरण प्रणाली के आधार पर निकाली जाती है (उदाहरण के लिए, रोगी अस्पताल सेवाओं के लिए निदान-संबंधित समूह)।

तो दोस्तों ऊपर आर्टिकल में हमने आपको अलग अलग फील्ड में PPS टर्म के अलग अलग Full Form के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको PPS Full Form के बारे में जानकारी मिल गईं होगी।

दोस्तो अगर आपके पास यहां दी गई जानकारी के अलावा PPS Full Form के बारे में कोई अन्य भी जानकारी या सुझाव है तो आप हमें नीचे कमेंट के जरिए बता सकते हैं हम उसे भी इस आर्टिकल में शामिल कर देंगें।

धन्यवाद

दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी कैसी लगी।

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Nitin Kumar
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 कविता देवी  हिन्दी में जानें ब्लॉग की Founder और Author है। इन्हें हमेशा से इंटरनेट पर जानकारी पढ़ना और उसे अन्य लोगों के साथ शेयर करना पसंद है। अगर आपको इनके द्वारा शेयर की गई जानकारी अच्छी लगती है तो आप इन्हे Social Media पर फॉलो कर सकते है। Thank You!

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